लम्बोरा एकेडमी में पौधारोपण कर बच्चों को किया पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक
बिना पौधारोपण किए सुखद भविष्य की कल्पना करना बेकार: लम्बोरा
नांगल चौधरी (प्रिंस लांबा)।
मानव और प्रकृति का निकटतम संबंध रहा है। यह स्पष्ट है कि प्राणी जगत बिना प्रकृति के अपना अस्तित्व खो देगा। अत: हमें स्वयं को सुरक्षित रखने के लिए और पर्यावरण संरक्षण, सन्तुलन हेतु पौधारोपण कर उनकी सुरक्षा करनी होगी। उक्त विचार इनेलो के वरिष्ठ नेता व लम्बोरिया एकेडमी के चेयरमैन हजारी लाल लम्बोरा ने एकेडमी प्रांगण में पौधारोपण करते हुए व्यक्त किए।
पौधारोपण कर बच्चों को संबोधित करते हुए लम्बोरा ने कहा कि मानव अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के बहाने प्रकृति के दोहन पर उतर आया है, जो रास्ता विनाश की ओर जा रहा है। महानगरों में ही नहीं बल्कि धीरे-धीरे ग्रामीण आंचल में भी वायु प्रदूषण चरम बिंदु की ओर बढ़ रहा है तथा नदियां भी प्रदूषित हो चुकी हैं। इसके बावजूद भी मानव सुखद भविष्य के सपने देख रहा है। अगर वास्तव में ही आने वाला कल सुखद चाहिए तो प्रत्येक मनुष्य को पौधारोपण के लिए आगे आना होगा तभी प्रकृति को बचाया जा सकता है।
उन्होंने बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि सभी बच्चों को अपने स्कूल, घर, नहर, नालों, पार्कों या अन्य सार्वजनिक जगहों पर पौधारोपण करना चाहिए। उनका नामकरण अपने पूर्वजों, महानपुरूषों, गुरूजनों, परिवार के सदस्यों के नाम से अथवा अपने खुद के नाम से पट्टी लगाकर कर सकते हैं तथा इस पर रोपित की गई तिथि को भी अंकित कर सकते हैं। प्रत्येक बच्चे को तीन पौधे पहला अपने दादा-दादी या माता-पिता के नाम, दूसरा गुरूजनों के नाम तथा तीसरा पौधा अपने वातावरण के नाम पर लगाने चाहिएं। हजारी लाल लम्बोरा ने कहा कि ऐसा करने से केवल प्राकृतिक संतुलन बना रहेगा बल्कि अन्य लोग भी प्रेरणा लेकर पौधारोपण में सहयोग करेंगे।
फोटो कैप्शन: एकेडमी प्रांगण में पौधारोण करते हुए स्टॉफ व बच्चे।