वह पेशे से इंजीनियर थी, लेकिन मन से एक बाइकर थी. सड़क पर जब वह बाइक से चलती, तो लोग उसकी रेस को देखकर दांतों तले उंगलियां दबा लेते. कोई उसके जज्बे को सराहता तो कोई उसे कोसता भी. लेकिन उसका यही जुनून उसे मौत की ओर ले गया. उसकी BMW बाइक तेज स्पीड में एक कार से टकरा गई. उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. ये कहानी उत्तर प्रदेश के लखनऊ की रहने वाली सोमिता की है, जोकि अब इस दुनिया में नहीं है.
8 महीने पहले ही लखनऊ रहने वाली सोमिता नोएडा शिफ्ट हुई थी. सोमिता एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर थी. उसकी उम्र 28 साल थी. हरियाणा के गुरुग्राम में उसकी BMW बाइक तेज स्पीड में एक कार से टकरा गई. इस हादसे में उसकी मौत हो गई. बेटी की मौत से घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है.
‘बाइक राइडिंग ग्रुप बेटी की मौत का जिम्मेदार’
घरवालों का आरोप है कि सोमिता की मौत का जिम्मेदार लेडी बाइक राइडिंग ग्रुप है. यही ग्रुप उसे नोएडा से गुरुग्राम बुलाया था. पिता की शिकायत पर पुलिस ने इस ग्रुप के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. बेटी की मौत से पिता सदमे में हैं. उनके बेटे की भी कुछ समय पहले पूल में डूबने से मौत हो गई थी. अब उनके परिवार में बस एक छोटी बेटी ही बची है.
पुलिस ने बताया कि सोमिता लखनऊ की हुसैनगंज की रहने वाली थी. वह नोएडा में सॉफ्टवेयर कंपनी कैपजेमिनी में बतौर इंजीनियर जॉब करती थी. रविवार सुबह लाल रंग की BMW स्पोर्ट्स बाइक के साथ गुरुग्राम के लेपर्ड ट्रेन रोड पर आई थी. उसके साथ बाइक राइडिंग ग्रुप के अन्य लोग भी मौजूद थे.
बाइकर्स ग्रुप के मेंबर ही अस्पताल ले गए
हादसे के बाद गंभीर रूप से घायल सोमिता को बाइकर्स ग्रुप के मेंबर ही अस्पताल ले गए. वहां उसे भर्ती कराकर चले गए. पुलिस की एक टीम अस्पताल पहुंची थी. उसके शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा. सोमिता की बाइक और कार में इतनी जोरदार टक्कर हुई थी कि वह उछलकर दूर जा गिरी. इससे उसे गंभीर चोटें आई थीं.
बाइक राइडर ग्रुप के खिलाफ कार्रवाई की मांग
सोमिता के पिता महेंद्रपाल सिंह के मुताबिक, उन्हें मोबाइल पर जानकारी दी गई कि आपकी बेटी की हादसे में मौत हो गई है. आप गुरुग्राम आ जाएं. वे रविवार शाम को अस्पताल पहुंचे. उन्होंने मांग की है कि दोषी बाइक राइडर ग्रुप के खिलाफ पुलिस सख्त से सख्त कार्रवाई करे.