कर्नाटक सरकार ने कुछ दिन पहले एक अधिसूचना जारी कर नंदिनी दूध की कीमत 4 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दी थी. संशोधित दर एक अप्रैल से लागू हो गई हैं. इसके बाद बेंगलुरू के कई होटलों और रेस्तरां ने कॉफी और चाय के दाम बढ़ा दिए हैं. कीमत 3 रुपये से बढ़कर 5 रुपये हो गई है. हालांकि, बैंगलोर होटल ओनर्स एसोसिएशन ने कॉफी और चाय की कीमतों में बढ़ोतरी के बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है.
नंदिनी दूध की कीमत चार रुपये प्रति लीटर बढ़ गई है, इसलिए कॉफी और चाय की कीमत भी अनिवार्य रूप से बढ़नी ही है. इसी तरह होटल मालिक संघ के अध्यक्ष पीसी राव ने कुछ दिन पहले कहा था कि अन्य दूध उत्पादों की कीमतें भी बढ़ाई जानी चाहिए.
इन उत्पादों की बढ़ सकती हैं कीमतें
न केवल कॉफी और चाय, बल्कि दूध से बने अन्य उत्पादों की कीमतें भी बढ़ेंगी. फेड़ा, पनीर आदि डेयरी उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है. दूध की कीमतों में वृद्धि से अन्य उत्पादों की विनिर्माण लागत भी बढ़ रही है. बेंगलुरू के एक होटल मालिक ने कहा कि इसलिए वे दूध उत्पादों की कीमतें बढ़ा देंगे.
कॉफी पाउडर की कीमत में बढ़ोतरी
कुछ सप्ताह पहले कॉफी पाउडर की कीमत भी बढ़ गई थी. इससे कॉफी की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है. फरवरी के आखिरी सप्ताह तक भुने हुए कॉफी पाउडर की कीमत 100 रुपये प्रति किलोग्राम बढ़ गई थी. भारतीय कॉफी रोस्टर्स एसोसिएशन और कॉफी बोर्ड के सूत्रों ने हाल ही में बताया कि इसमें फिर से 100 रुपये प्रति किलोग्राम की वृद्धि होने की उम्मीद है.
क्या बोलेकॉफी रोस्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ?
कॉफी पाउडर की कीमत में वृद्धि के कारण विक्रेताओं के पास एक कप कॉफी की कीमत लगभग 1 रुपये बढ़ाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है. इंडियन कॉफी रोस्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कुछ दिन पहले कहा था कि हम चिकोरी की मात्रा नहीं बढ़ा सकते क्योंकि इससे गुणवत्ता और स्वाद पर असर पड़ता है.