यमुनानगर: यमुनानगर में अचानक मौसम ने करवट ली और तेज आंधी तूफान के बाद बारिश होने लगी। बदलते मौसम से जहां लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिली, वहीं किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें भी दिखाई दीं। शहर की मंडियो में बाहर खुले स्थान पर रखा गया गेहूं बारिश से भीगता नजर आया, हालांकि वहां मौजूद लोगों ने खुले मे पड़ी गेहूं और बोरियो को तरपाल से ढक दिया, जिससे बड़े नुकसान से बचाव हो गया।
किसानो का कहना है कि अचानक बारिश आ गई और मंडीओ मे खुले आकाश के नीचे पड़ा हुआ गेहूं भीग गया । किसानों का कहना है कि खुले में रखा गेहूं इस समय सबसे अधिक संवेदनशील होता है, क्योंकि फसलें तैयार होकर खेतों से मंडी मे लाई जा रही हैं । किसानों ने बताया कि हवा की रफ्तार तेज होने के कारण कुछ जगहों पर गेहूं की बालियां झुक गईं हैं, जिससे कटाई में परेशानी हो सकती है। हालांकि ज्यादा बारिश नहीं हुई, इसलिए फसल को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा।
मौसम विभाग ने भारी बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी दी थी, लेकिन इसके बावजूद मंडियों में आए गेहूं को ढका नहीं गया ।जब बारिश आंधी तूफान शुरू हुआ तो उसे दौरान मंडी में मजदूर एवं कर्मचारी तिरपाल से गेहूं को ढकते नजर आए। लेकिन तब तक काफी गेहूं भीग चुका था। इसका जिम्मेदार कौन होगा।